इस आर्टिकल में हम जानेंगे की ग्रीन बिल्डिंग्स क्या होती है। ग्रीन बिल्डिंग्स के लाभ, Green building को बनाने में उपयोग किये जाने वाले मटेरियल्स कौन कौन से है। भारत की टॉप ग्रीन बिल्डिंग्स कौन कौन सी है। ग्रीन बिल्डिंग्स को certify कौन करता है, और भी बहुत कुछ तो पूरा आर्टिकल अंत तक पड़े।
Table of Contents
ग्रीन बिल्डिंग्स क्या होती है। What is green building in Hindi
ग्रीन बिल्डिंग्स ये वो बिल्डिंग है जिसे कंस्ट्रक्ट करने में ज्यादातर नैचरल और building waste मटेरियल का उपयोग होता है। और इस प्रकार की बिल्डिंग की planning और design इस प्रकार से होती है की जिससे बिल्डिंग में ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग होता है। जिससे पर्यावरण पर बिल्डिंग्स द्वारा हो रहे नकरात्मक प्रभाव को समाप्त करने में मदद मिले।
वैसे तो ग्रीन बिल्डिंग को हिंदी में हरित भवन कहते है।
ग्रीन बिल्डिंग्स की प्लांनिंग्स इस प्रकार से होती है की जिससे बिल्डिंग्स में कुदरत द्वारा मिल रही ऊर्जा ( जैसे की हवा, पानी, प्रकाश, वगेरे ) का ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो सके। और मानवसर्जित ऊर्जा ( जैसे की Mechanical energy, Electrical energy ) वगेरे का कम से कम उपयोग हो जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहे।
सामान्य बिल्डिंग्स के निर्माण में ज्यादातर सीमेंटयुक्त पदार्थो का ज्यादा उपयोग होता है जो की Green House Gas को पैदा करने के लिए जिम्मेदार होता है। और ग्रीन हाउस गैस पर्यावरण का तापमान को बढ़ाती है। जीससे पर्यावरण में असंतुलन पैदा होता है। इसलिए अब सरकार भी ग्रीन बिल्डिंग्स के निर्माण को बढ़ावा दे रही है।
ग्रीन बिल्डिंग की विशेषताएँ
- ऊर्जा और स्त्रोतों (जैसे की पानी, हवा, प्रकाश, वगेरे ) का Efficient ( कुशल ) उपयोग।
- प्राकृतिक ऊर्जा (Renewable energy ) जैसे की सौर्य ऊर्जा वगेरे का ज्यादा से ज्यादा उपयोग।
- Recycled और waste मटेरियल का उपयोग।
- मकान के कमरों में अच्छी गुणवत्ता वाली हवा।
- विघुत ऊर्जा का कम से कम उपयोग। वगेरे
ग्रीन बिल्डिंग्स के बारे में English में जाने : The India’s 8 Best Green Building 2020
ग्रीन बिल्डिंग के लाभ
वैसे तो ग्रीन बिल्डिंग के बहुत सरे फायदे होते है हर स्तर पर (जैसे की पर्यावरण स्तर पर, Economic स्तर पर), परन्तु मुख्य लाभों को ही यहाँ बताया गया है।
- ग्रीन बिल्डिंग्स कीमत सामान्य बिल्डिंग्स की तुलना में ज्यादा होती है।
- ग्रीन बिल्डिंग्स में बिल्डिंग waste मटेरियल का भी उपयोग होता है जिससे building waste का dump घटाता है।
- ग्रीन बिल्डिंग्स में ज्यादातर कुदरती तत्वों का उपयोग होता है जिससे पर्यावरण को फायदा होता है।
- ग्रीन बिल्डिंग्स, ग्रीन हाउस गैस को काम करने में फ़ायदेमंत होती है। जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहता है।
- विविध ऊर्जा के खर्चे जैसे की विघुत ऊर्जा के खर्चे, पानी के खर्चे, गैस ऊर्जा के खर्चे वगेरे बहुत कम हो जाते है।
- हवा प्रदूषण को कम करने में फ़ायदेमंत है। और मकानों में उच्च गुणवत्तावाली हवा के लिए भी ग्रीन बिल्डिंग जिम्मेदार है।
ग्रीन बिल्डिंग्स को Certify करने वाली एजेन्सिया
वैसे तो बहुत साडी एजेन्सिया ग्रीन बिल्डिंग्स को certified करती है पर हमने यहाँ कुछ मुख्य एजेंसीज के बारे में ही बताया है।
- LEED:- Leadership in Energy & environmental design
- GRIHA:- Green rating for integrated habitat assessment
- IGBC:- The Indian green building council
ग्रीन बिल्डिंग की रेटिंग सिस्टम
LEED और GRIHA द्वारा ग्रीन बिल्डिंगो को रेटिंग मिलती है। जो की निचे बताये अनुसार है।
LEED की रेटिंग सिस्टम
- Platinum
- Gold
- Silver
- Certified
GRIHA की रेटिंग सिस्टम
- 1 star
- 2 star
- 3 star
- 4 star
- 5 star
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भारत की मुख्य ग्रीन बिल्डिंग | TOP Green buildings India
हमने भारत की मुख्य 5 बिल्डिंग्स को यहाँ पर बताया है।
- Suzlon One Earth
- CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre.
- ITC Maurya
- ITC Green Center
- Indira Paryavaran Bhawan
1. Suzlon One Earth
Suzlon One Earth ये भारत की मुख्य ग्रीन बिल्डिंगो में से एक है। जो की महाराष्ट्र के पुणे में स्तिथ है। Suzlon One Earth को Leed द्वारा Platinium की वही Griha द्वारा 5 Star की रेटिंग मिली हुयी है। ये बिल्डिंग 10.4 एकर में बानी हुयी है।
Suzlon One Earth में 18 hybrid wind turbines है जो की कुल आवश्यक ऊर्जा की 7% जीतनी ऊर्जा प्रदान करते है।
2. CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre
CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre ये हमारी लिस्ट की दूसरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की हैदराबाद में स्तिथ है। सूत्रों के हिसाब से ये भारत की पहली ग्रीन बिल्डिंग है जिसका निर्माण 2001 में हुआ था।
CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre 11000 स्क्वैरफिट में बनी हुयी है। इस बिंडिंग को Leed द्वारा Platinium की रेटिंग मिली हुयी है।
इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में बताये तो, ये बिल्डिंग ज्यादातर waste और recycled material से बनी हुयी है। बिल्डिग की छत घास (Roof Vegetation ) से ढकी हुयी है जो की मकान के अंदर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करती है।
इस बिल्डिंग में विघुत ऊर्जा के उत्पादन के लिए बहुत सारी सोलर पेनल्स लगायी हुयी है।
3. ITC Maurya
ITC Maurya ये हमारी लिस्ट की तीसरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की दिल्ली में स्तिथ है। यह ग्रीन बिल्डिंग 55044 Square meter में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा Platinium की रेटिंग मिली हुयी है।
इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में कहे तो ये बिल्डिंग को Best Eco-Friendly Hotel का अवार्ड मिला हुआ है। ये बिल्डिंग 90% solid waste को recycled करती है।
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4. ITC Green Center
ITC Green Center ये हमारी लिस्ट की चौथी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की Sector-32, Gurgaon में स्तिथ है। इस बिल्डिंग के architect संदीप सिंह है। ये बिल्डिंग 170000 स्क्वैरेफिट में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा platinum की रेटिंग मिली हुयी है।
इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में कहे तो ये बिल्डिंग ज्यादातर कुदरती और recycled material से बनी हुयी है। ये बिल्डिंग 54% energy consumption को कम करती है। वही 40% पिने के पानी की requirement को खुद से पूरी करती है।
इस बिल्डिंग में Double Glazed window का उपयोग किया गया है जो की heat (गर्मी) को बिल्डिंग के अंदर आने से रोकता है। जिससे बिल्डिंग का तापमान कंट्रोल रहता है।
5. Indira Paryavaran Bhawan
Indira Paryavaran Bhawan ये हमारी लिस्ट की पांचवी और आखरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की नई दिल्ली में स्तिथ है। इस बिल्डिंग की architect Aanchal Garg है। ये बिल्डिंग 32000 Square meter में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा Platinium की और Griha द्वारा 5 स्टार के रेटिंग मिली हुयी है।
वही इस बिल्डिंग की विशेस्ताओ के बारे में बताये तो ये ग्रीन बिल्डिंग एक Zero Net Energy Building भी है। ये बिल्डिंग Power energy की requirement को कम करने के लिए geothermal heat exchange system का उपयोग करती है। वही इस बिल्डिंग का वार्षिक इलेक्ट्रिसिटी बिल zero के बराबर रहता है।