इस आर्टिकल में हम जानेंगे की types of rocks यानि की पत्थर के कितने प्रकार होते है। क्यूकी पत्थर भी एक बिल्डिंग मटेरियल है जो की कंस्ट्रक्शन में बहुत सी जगहों पर उपयोग होते है। खास कर हर बिल्डिंग्स में पथरो का उपयोग अनिवार्य है। और बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में उपयोग किये जाने वाले मटेरियल्स जैसे की रेती, कपची (coarse aggregate ), सीमेंट वगेरे को बनाने में भी पत्थर का उपयोग होता है।
Table of Contents
पत्थर या चट्टानों के प्रकार | Types of Rocks
पत्थर के तीन मुख्य प्रकार है।
- आग्रेय पत्थर ( Igneous rock )
- अवसादी पत्थर ( Sedimentary rock )
- कायान्तरित पत्थर ( Metamorphic Rock )
1. आग्रेय पत्थर | Igneous rock in hindi
पृथ्वी के भूगर्भ भाग से उत्पन होने वाले लावा अथवा तो मैग्मा का ठंडे होकर जमने पर मैग्मा अथवा लावा का रूपान्तर पत्थर में होता है। जिसे आग्रेय पत्थर कहते है। आग्रेय पथरो की रचना स्तर (layers ) बिना होती है। और उसमे रहे खनिज द्रव्यों का स्फटिक में रूपांतर होता है।
आग्रेय पथरो को तीन भागो में बाटा जा सकता है।
ठंडे होने की प्रक्रिया का स्थान | ठंडे होने की प्रक्रिया का स्थान | उदाहरण |
बहुत ज्यादा नीचे हो तब | ठंडे होने की प्रक्रिया बहुत धीमे होती है जिसके कारन स्वरुप दानेदार, स्फटिकमय पथरो का निर्माण होता है | ग्रेनाइट, सायनाइट, गैब्रो वगेरे |
थोड़ा निचे हो | ठंडे होने की प्रक्रिया थोड़ी तेज होती है जिसके कारन स्वरुप कम दानेदार, स्फटिकमय पथरो का निर्माण होता है | डोलेराइट, पोरफीराइट, वगेरे |
पृथ्वी की सतह पर हो | ठंडे होने की प्रक्रिया बहुत तेज होती है जिसके कारन स्वरुप सूक्ष्म दानेदार, स्फटिकमय पथरो का निर्माण होता है | बेसाल्ट, ट्रैप वगेरे |
ग्रेनाइट (Granite) :
ग्रेनाइट ये आग्रेय पत्थर ( igneous rock ) है। जो की लाल, गुलाबी, काला, सफेद, वगेरे रंगो में देखने में मिलता है। ग्रेनाइट का कलर उसमे रहे खनिज तत्वों पैर आधार रखता है। ग्रेनाइट का उपयोग पुल, रोड वगेरे के कंस्ट्रक्शन में होता है।
बेसाल्ट ( Basalt ):
बेसाल्ट ये भी आग्रेय पत्थर है। जो की काले रंग में देखने को मिलता है। बेसाल्ट का उपयोग रोड, रेलवे के ट्रैक के कंस्ट्रक्शन में होता है।
2. अवसादी पत्थर | Sedimentary rock in hindi
पानी, बर्फ, पवन, तापमान, रसायनो वगेरे परिबलों के कारन आग्रेय पथरो (igneous rock) का विघटन होता रहता है। जिससे आग्रेय पथरो का चुरा, समुन्द्र जैसे निचले इलाको में जाकर स्तरों में जमा होते है। ऊपर के स्तरो केवजन से निचे के स्तर दबते है। जिससे ये स्तर एक दूसरे स्तरो से कुदरती तरीको से चिपक कर पत्थर बनाते है। जिसे अवसादी पत्थर ( Sedimentary rock ) कहते है।
- वातावरण एवं घर्षण के परिणाम स्वरुप बने चट्टानों को यांत्रिक अवसादी चट्टान कहते है।
- समुन्द्र में प्राणी यो के सख्त भागो के दबकर बने चट्टानों को प्राणीजन्य अवसादी चट्टान कहते है।
- रासायनिक प्रक्रियाओं के परिणाम स्वरुप बनते चट्टानों को रासायनिक अवसादी चट्टान कहते है।
रेतिया पत्थर ( sand stone ), Quartzite, लिगनाइट, शैल्स, चुना के पत्थर, डोलोमाइट वगेरे अवसादी पत्थर के उदहारण है।
रेतिया पत्थर ( sand stone ):
ये एक अवसादी पत्थर का प्रकार है। जो की लाल, सफेद, पीला, gray, मरून, वगेरे रंगो में देखने को मिलता है। इन पथरो का आग के सामने ठीके रहने की शक्ति ज्यादा होती है।
चुना के पत्थर (Limestone):
Limestone ये अवसादी पत्थर का प्रकार है। ये सफ़ेद, ग्रे, गुलाबी, पीला, वगेरे रंगो में देखने को मिलता है। चुना पथरो का उपयोग चुना एवं सीमेंट के उत्पादन में होता है।
3. कायान्तरित पत्थर | Metamorphic Rock in hindi
अधिक तापमान, भार, तथा रासायनिक प्रक्रियाओं के कारन आग्रेय तथा अवसादी चट्टानों के रचना, आकार वगेरे में फेरफार होता है। जिस के कारन आग्रेय, अथवा तो अवसादी चट्टानों का रूपांतरण कायान्तरित चट्टानों में होता है। जिसे कायान्तरित पत्थर अथवा तो रूपांतरित पत्थर कहते है।
नाइस, स्लेट, संगमरबर, क्वार्ट्ज़ वगेरे कायान्तरित पत्थर के उदाहरण है।
संगमरबर (Marble):
संगमरबर ये कायांतरित प्रकार का पत्थर है। विविध रंगो में देखने में मिलता है। संगमरबर का उपयोग बिल्डिंग्स में फर्स, पार्टीशन दीवाल, किचन, वगेरे जगहों पर होता है। यही नहीं संगमरबर का उपयोग मंदिर निर्माण में भी होता है।
नाइस (Gneiss):
नाइस भी अवसादी पत्थर का एक प्रकार है। जो की ग्रे, गुलाबी, नीला, काला वगेरे रंगो में देखने को मिलता है। इसका उपयोग पेविंग, रफ़ मेशनरी , वगेरे के कंस्ट्रक्शन में होता है।
स्लेट (Slate):
स्लेट ये भी कायान्तरित पत्थर का एक प्रकार है। जो की लाल, आसमानी, वगेरे रंगो में देखने को मिलता है। स्लेट का उपयोग बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में रूफिंग टाइल्स, damp proofing, सेनेटरी ब्लॉक्स वगेरे के तौर पे होता है।
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