तुलसी विवाह ( Tulsi Vivah ) की पूजा कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के दिन की जाती है। ऐसा कहा जाता है की इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी निद्रा से जागते है। इसलिए इसे देवउठनी एकादशी कहते है।
विष्णु जी के ही एक स्वरूप शालिग्राम जी से एकादशी के दिन तुलसी जी का विवाह होता है। इसलिए देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह की भी पूजा की जाती है।
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तुलसी विवाह की पूजा विधि | Tulsi Vivah
सभी लोग तुलसी विवाह की पूजा करते ही होंगे। परन्तु यदि कोई भी पूजा सही विधि विधान से न की जाये तो उसका फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए आज तुलसी विवाह की पूजा विधि, सामग्री और पूजा करते समय किन बातो का ध्यान रखना चाहिए इसे जाने।
तुलसी विवाह की पूजा विधि | Tulsi Vivah 2023
तुलसी विवाह की पूजा विधि निम्नलिखित है।
- तुलसी विवाह की पूजा आप जिस स्थान पर करेंगे उसे साफ कर ले। वहां गंगाजल का छिड़काव कर ले।
- वह आपको दो चौकी रखनी है और उसके ऊपर साफ वस्त्र बिछा दे।
- जिस भी स्थान पर पूजा होगी वहां रंगोली बनाये। वहां आप छोटी रंगोली भी बना सकते है या फिर केवल स्वास्तिक भी बना देंगे तो भी चलेगा।
- फिर आपको एक चौकी पर शालिग्राम भगवान और दूसरी चौकी पर तुलसी जी को बैठना है। साथ ही दोनों चौकी को लेकर गन्ने का मंडप तैयार करे।
- उसके बाद आप तुलसी जी को लाल चुनरी और सोलह श्रृंगार चढ़ाये और शालिग्राम भगवान को भी पीले वस्त्र पहनाये और उनका भी शृंगार करे।
- उसके बाद फूल माला चढ़ाये, भोग लगाए। भोग में आप गन्ना, आंवला, मौसमी फल और मिठाई या कोई भी पकवान चढ़ा सकते है।
- फिर आपको शालिग्राम भगवान और तुलसी जी का गठबंधन करना है और फिर रोली और कुमकुम से तिलक करके के पूजा आरती करनी है।
- पूजा आरती करने के पश्चात आप आपकी सुख समृद्धि और सौभाग्यवती की कामना करे।
- इस तरह आपको तुलसी विवाह की पूजा करनी चाहिए।
तुलसी विवाह की पूजा करते समय ध्यान में रखने योग्य बाते |
पूजा करते समय निम्न बातो का ध्यान रखे |
- जब आप तुलसी विवाह की पूजा करते है तो पूजा से पहले तुलसी जी को साफ कर लेना चाहिए।
- इस दिन आपको पूरा दिन तुलसी जी को जल अर्पित नहीं करना चाहिए।
- तुलसी जी को शालिग्राम भगवान के बाये हाथ की और बैठाना चाहिए।
- तुलसी विवाह की पुजा सूर्यास्त के बाद ही करनी चाहिए।
- तुलसी की पूजा करते समय महिलाओ को अपने बाल बांध लेने चाहिए। खुले बालो में पूजा नहीं करनी चाहिए।
- तुलसी विवाह में शालिग्राम भगवान और तुलसी जी का गठबंधन करना अति आवश्यक होता है।
Tulsi Vivah 2023 : Date and Time
तुलसी विवाह 2023 में किस दिन और कब मनाये ये निम्नलिखित है।
Tulsi Vivah date :
इस बार तुलसी विवाह की तारीख को लेकर बहुत ही confusion चल रही है। कोई 23 नवम्बर को तुलसी विवाह की पूजा करेगा तो को 24 नवम्बर को तुलसी विवाह की पूजा करेगा। तो तुलसी विवाह की पूजा दोनों दिन कर सकते है।
Tulsi Vivah Time :
यदि आप 23 नवंबर को तुलसी विवाह की पूजा करते है तो पूजा का शुभ मुहूर्त रात के 09:01 PM से है। यदि आप 24 नवंबर को तुलसी विवाह की पूजा करते है तो इस दिन शाम के 07:06 PM तक पूजा की जा सकती है।
अर्थात आप 23 नवम्बर की रात 09:01 PM से 24 नवम्बर की शाम 07:06 PM तक पूजा कर सकते है। इसलिए कई लोग 24 नवंबर के दिन तुलसी विवाह की पूजा करेंगे।
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