Uncategorized – Hindi Civil https://hindicivil.in Fri, 23 Apr 2021 07:32:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 https://i0.wp.com/hindicivil.in/wp-content/uploads/2021/01/cropped-ConstructionHelmet_illustration_UseBackgroundWhite_RGB_0.png?fit=32%2C32&ssl=1 Uncategorized – Hindi Civil https://hindicivil.in 32 32 188644875 ग्रीन बिल्डिंग क्या है। भारत के टॉप 5 ग्रीन बिल्डिंग्स https://hindicivil.in/green-building-in-hindi.html Wed, 31 Mar 2021 15:31:51 +0000 https://hindicivil.in/?p=502 Read More »ग्रीन बिल्डिंग क्या है। भारत के टॉप 5 ग्रीन बिल्डिंग्स]]> इस आर्टिकल में हम जानेंगे की ग्रीन बिल्डिंग्स क्या होती है। ग्रीन बिल्डिंग्स के लाभ, Green building को बनाने में उपयोग किये जाने वाले मटेरियल्स कौन कौन से है। भारत की टॉप ग्रीन बिल्डिंग्स कौन कौन सी है। ग्रीन बिल्डिंग्स को certify कौन करता है, और भी बहुत कुछ तो पूरा आर्टिकल अंत तक पड़े।

ग्रीन बिल्डिंग्स क्या होती है। What is green building in Hindi

ग्रीन बिल्डिंग्स ये वो बिल्डिंग है जिसे कंस्ट्रक्ट करने में ज्यादातर नैचरल और building waste मटेरियल का उपयोग होता है। और इस प्रकार की बिल्डिंग की planning और design इस प्रकार से होती है की जिससे बिल्डिंग में ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग होता है। जिससे पर्यावरण पर बिल्डिंग्स द्वारा हो रहे नकरात्मक प्रभाव को समाप्त करने में मदद मिले।

Green Building In Hindi

वैसे तो ग्रीन बिल्डिंग को हिंदी में हरित भवन कहते है।

ग्रीन बिल्डिंग्स की प्लांनिंग्स इस प्रकार से होती है की जिससे बिल्डिंग्स में कुदरत द्वारा मिल रही ऊर्जा ( जैसे की हवा, पानी, प्रकाश, वगेरे ) का ज्यादा से ज्यादा उपयोग हो सके। और मानवसर्जित ऊर्जा ( जैसे की Mechanical energy, Electrical energy ) वगेरे का कम से कम उपयोग हो जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहे।

सामान्य बिल्डिंग्स के निर्माण में ज्यादातर सीमेंटयुक्त पदार्थो का ज्यादा उपयोग होता है जो की Green House Gas को पैदा करने के लिए जिम्मेदार होता है। और ग्रीन हाउस गैस पर्यावरण का तापमान को बढ़ाती है। जीससे पर्यावरण में असंतुलन पैदा होता है। इसलिए अब सरकार भी ग्रीन बिल्डिंग्स के निर्माण को बढ़ावा दे रही है।

ग्रीन बिल्डिंग की विशेषताएँ

  • ऊर्जा और स्त्रोतों (जैसे की पानी, हवा, प्रकाश, वगेरे ) का Efficient ( कुशल ) उपयोग।
  • प्राकृतिक ऊर्जा (Renewable energy ) जैसे की सौर्य ऊर्जा वगेरे का ज्यादा से ज्यादा उपयोग।
  • Recycled और waste मटेरियल का उपयोग।
  • मकान के कमरों में अच्छी गुणवत्ता वाली हवा।
  • विघुत ऊर्जा का कम से कम उपयोग। वगेरे

ग्रीन बिल्डिंग्स के बारे में English में जाने : The India’s 8 Best Green Building 2020

ग्रीन बिल्डिंग के लाभ

वैसे तो ग्रीन बिल्डिंग के बहुत सरे फायदे होते है हर स्तर पर (जैसे की पर्यावरण स्तर पर, Economic स्तर पर), परन्तु मुख्य लाभों को ही यहाँ बताया गया है।

  • ग्रीन बिल्डिंग्स कीमत सामान्य बिल्डिंग्स की तुलना में ज्यादा होती है।
  • ग्रीन बिल्डिंग्स में बिल्डिंग waste मटेरियल का भी उपयोग होता है जिससे building waste का dump घटाता है।
  • ग्रीन बिल्डिंग्स में ज्यादातर कुदरती तत्वों का उपयोग होता है जिससे पर्यावरण को फायदा होता है।
  • ग्रीन बिल्डिंग्स, ग्रीन हाउस गैस को काम करने में फ़ायदेमंत होती है। जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहता है।
  • विविध ऊर्जा के खर्चे जैसे की विघुत ऊर्जा के खर्चे, पानी के खर्चे, गैस ऊर्जा के खर्चे वगेरे बहुत कम हो जाते है।
  • हवा प्रदूषण को कम करने में फ़ायदेमंत है। और मकानों में उच्च गुणवत्तावाली हवा के लिए भी ग्रीन बिल्डिंग जिम्मेदार है।

ग्रीन बिल्डिंग्स को Certify करने वाली एजेन्सिया

वैसे तो बहुत साडी एजेन्सिया ग्रीन बिल्डिंग्स को certified करती है पर हमने यहाँ कुछ मुख्य एजेंसीज के बारे में ही बताया है।

  • LEED:- Leadership in Energy & environmental design
  • GRIHA:- Green rating for integrated habitat assessment
  • IGBC:- The Indian green building council

ग्रीन बिल्डिंग की रेटिंग सिस्टम

LEED और GRIHA द्वारा ग्रीन बिल्डिंगो को रेटिंग मिलती है। जो की निचे बताये अनुसार है।

LEED की रेटिंग सिस्टम

  • Platinum
  • Gold
  • Silver
  • Certified

GRIHA की रेटिंग सिस्टम

  • 1 star
  • 2 star
  • 3 star
  • 4 star
  • 5 star

इन्हें भी पड़े : सीढ़ी के प्रकार | Types of Staircase in Hindi

भारत की मुख्य ग्रीन बिल्डिंग | TOP Green buildings India

हमने भारत की मुख्य 5 बिल्डिंग्स को यहाँ पर बताया है।

  1. Suzlon One Earth
  2. CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre.
  3. ITC Maurya
  4. ITC Green Center
  5. Indira Paryavaran Bhawan

1. Suzlon One Earth

Suzlon One Earth ये भारत की मुख्य ग्रीन बिल्डिंगो में से एक है। जो की महाराष्ट्र के पुणे में स्तिथ है। Suzlon One Earth को Leed द्वारा Platinium की वही Griha द्वारा 5 Star की रेटिंग मिली हुयी है। ये बिल्डिंग 10.4 एकर में बानी हुयी है।

Suzlon One Earth में 18 hybrid wind turbines है जो की कुल आवश्यक ऊर्जा की 7% जीतनी ऊर्जा प्रदान करते है।

2. CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre

CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre ये हमारी लिस्ट की दूसरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की हैदराबाद में स्तिथ है। सूत्रों के हिसाब से ये भारत की पहली ग्रीन बिल्डिंग है जिसका निर्माण 2001 में हुआ था।

CII- Sohrabji Godrej Green Business Centre 11000 स्क्वैरफिट में बनी हुयी है। इस बिंडिंग को Leed द्वारा Platinium की रेटिंग मिली हुयी है।

इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में बताये तो, ये बिल्डिंग ज्यादातर waste और recycled material से बनी हुयी है। बिल्डिग की छत घास (Roof Vegetation ) से ढकी हुयी है जो की मकान के अंदर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करती है।

इस बिल्डिंग में विघुत ऊर्जा के उत्पादन के लिए बहुत सारी सोलर पेनल्स लगायी हुयी है।

3. ITC Maurya

ITC Maurya ये हमारी लिस्ट की तीसरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की दिल्ली में स्तिथ है। यह ग्रीन बिल्डिंग 55044 Square meter में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा Platinium की रेटिंग मिली हुयी है।

ITC Maurya green building

इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में कहे तो ये बिल्डिंग को Best Eco-Friendly Hotel का अवार्ड मिला हुआ है। ये बिल्डिंग 90% solid waste को recycled करती है।

इन्हें भी पड़े : बीम क्या है। बीम के प्रकार || Types of beam in Hindi

4. ITC Green Center

ITC Green Center ये हमारी लिस्ट की चौथी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की Sector-32, Gurgaon में स्तिथ है। इस बिल्डिंग के architect संदीप सिंह है। ये बिल्डिंग 170000 स्क्वैरेफिट में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा platinum की रेटिंग मिली हुयी है।

ITC Green Center
Source : RKAINDIA.COM

इस बिल्डिंग की विशेषताओं के बारे में कहे तो ये बिल्डिंग ज्यादातर कुदरती और recycled material से बनी हुयी है। ये बिल्डिंग 54% energy consumption को कम करती है। वही 40% पिने के पानी की requirement को खुद से पूरी करती है।

इस बिल्डिंग में Double Glazed window का उपयोग किया गया है जो की heat (गर्मी) को बिल्डिंग के अंदर आने से रोकता है। जिससे बिल्डिंग का तापमान कंट्रोल रहता है।

5. Indira Paryavaran Bhawan

Indira Paryavaran Bhawan ये हमारी लिस्ट की पांचवी और आखरी मुख्य ग्रीन बिल्डिंग है। जो की नई दिल्ली में स्तिथ है। इस बिल्डिंग की architect Aanchal Garg है। ये बिल्डिंग 32000 Square meter में बनी हुयी है। इस बिल्डिंग को LEED द्वारा Platinium की और Griha द्वारा 5 स्टार के रेटिंग मिली हुयी है।

indira pryavaran bhawan
Source : nbmcw.com

वही इस बिल्डिंग की विशेस्ताओ के बारे में बताये तो ये ग्रीन बिल्डिंग एक Zero Net Energy Building भी है। ये बिल्डिंग Power energy की requirement को कम करने के लिए geothermal heat exchange system का उपयोग करती है। वही इस बिल्डिंग का वार्षिक इलेक्ट्रिसिटी बिल zero के बराबर रहता है।

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सीढ़ी के प्रकार | Types of Staircase in Hindi https://hindicivil.in/types-of-staircase-in-hindi.html Fri, 26 Mar 2021 05:58:38 +0000 https://hindicivil.in/?p=486 Read More »सीढ़ी के प्रकार | Types of Staircase in Hindi]]> इस आर्टिकल में हम सीढी के विभिन प्रकार के बारे में जानेंगे। की सीढ़ी के कौन कौन प्रकार से होते है। सीढ़ी के प्रकारो को किस तरह वर्गीकृत किया गया है। सीढ़ी के प्रकार में कौन सा ज्यादा अच्छा है और कोनसा बेकार है। विभिन प्रकार के सीढ़ी का उपयोग किन परिस्थितियों में किया जाता है। और भी बहुत कुछ, तो पूरा आर्टिकल अंत तक पड़े।

सीढ़ी के प्रकार

सीडी के प्रकार को जानने से पहले हम ये जान लेते है की सीडी क्या होती है। उसको रखने मुख्य उद्देस्य क्या होता है।

सीढ़ी क्या होती है?

सीढ़ी ये trade, riser, landing, और स्लैब से जुड़कर बना हुआ बिल्डिंग का structural भाग है। जिसका उपयोग बिल्डिंग में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर आने-जाने के लिए होता है।

सीढ़ी के प्रकार निचे बताये हुए है।

  1. Straight Staircase
  2. L-shaped Staircase
  3. U-shaped Staircase
  4. Winder Staircase
  5. Spiral Staircase
  6. Curved Staircase
  7. Cantilever Staircase

1. Straight Staircase

straight staircase यानि की सीधी सीढ़ी। बिल्डिंग्स में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर जाने के लिए उपयोग कि जाने वाली सीढ़ी एकदम सीधी हो अथवा तो सीढ़ी की दिशा बदली न गयी हो, इस प्रकार के सीढ़ी को सीधी सीढ़ी यानि की straight staircase कहते है।

straight staircase

सीधी सीढ़ी ये सीढ़ी के सभी प्रकारो में से सबसे सरल प्रकार है। इस प्रकार की सीढ़ी को सरलता से बनाया जा सकता है। बिल्डींगस में उपयोग की जाने वाली सीढ़ी में सीधी सीढ़ी सबसे ज्यादा उपयोग की जाती है। इसलिए ये मकानों में उपयोग की जाने वाली सामान्य सीडी है।

straight staircase में landings की जरूरत नहीं पड़ती है अगर सीढ़ी को 16 steps तक रखा जाये तो। मगर सीढ़ी की लम्बाई 16 steps से बढ़ती है तो सीढ़ी के मध्य में landing provide किया जाता है।

2. L-Shaped Staircase

जब बिल्डिंग्स में एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर पर जाने के लिए उपयोग में ली जाने वाली सीधी सीढ़ी को 90 degree पर मोड़कर उसकी दिशा को बदली जाये तो इस प्रकार की सीढ़ी को L-shaped staircase कहते है। 90 डिग्री मोड़ के लिए सीधी सीढ़ी में landing का उपयोग किया जाता है।

L-Shaped staircase

L-shaped staircase को Quarter turn staircase भी कहते है।

L-Shaped सीढ़ी हमें मकान में सीधी सीढ़ी की तुलना में ज्यादा flexibility प्रदान करते है। जिससे हम हमारे घर की planning और भी अच्छी तरह से कर सकते है। बिल्डिंग्स में विविध rooms को योग्य जगहों पर कंस्ट्रक्ट कर सकते है। और L-Shaped सीढ़ी हमें मकान में सीधी सीढ़ी की तुलना में ज्यादा privacy प्रदान करते है।

मकानों में L-Shaped सीढ़ी का उपयोग करने से मकान का aesthetic view यानि की देखाव भी आकर्षित बनता है। परन्तु L-Shaped सीढ़ी को मकान में कंस्ट्रक्ट करना सीधी सीढ़ी की तुलना में ज्यादा difficult होता है। L-Shaped सीढ़ी ज्यादातर मकान के corner में स्थित होती है।

3. U-shaped Staircase

जब दो या दो से अधिक सीधी सीढ़ी 180 डिग्री का मोड़ बनाकर लैंडिंग के माध्यम से जुडी हो तब इस प्रकार की सीढ़ी को उपर से देखने पर U आकार की दिखती है। इसलिए इस प्रकार की सीढ़ी को U-shaped Staircase कहते है।

U-shaped staircase

U-shaped Staircase ज्यादातर हमें residential flats, bunglow, apartment वगेरे टाइप्स की बिल्डिंगो में देखने को मिलती है। इस प्रकार की सीढ़ी को Dog legged stair भी कहते है। क्युकी section view से देखने पर ये सीढ़ी हमें dog के legs जैसे दिखती है।

U-shaped Staircase मकानों में सरलता से कंस्ट्रक्ट किये जा सकते है। इस प्रकार के staircase का उपयोग करने से मकानों का देखाव भी आकर्षित बनता है।

U-shaped Staircase में बड़ी landing area मिलती है जो की बहुत से फायदे प्रदान करती है जैसे की rest करने के लिए हम लैंडिंग एरिया क उपयोग कर सकते है। मालसामान को ले जाने में भी लैंडिंग एरिया बहुत उपयोगी।

4. Winder Staircase

Winder Staircase, L-shaped staircase के जैसे ही होती है बस winder staircase में 90 डिग्री में मोडे हुए Flat landing पर त्रिकोण आकर की स्टेप्स ( triangular steps ) प्रोवाइड की होती है। इस सीढ़ी में use होने वाला triangular स्टेप को winder step कहते है इसलिए इस प्रकार की सीढ़ी को winder staircase कहते है।

Winder staircase

Winder सीढ़ी पुराने ज़माने के घरो में ज्यादा देखने को मिलती थी। परन्तु अब इस प्रकार की सीढ़ी का उपयोग कम हो गया है क्युकी winder staircase का निर्माण L-shaped staircase के निर्माण से difficult होता है।

Winder सीढ़ी का उपयोग बंगलो, महल वगेरे जगहों पर ज्यादा होता है।

5. Spiral Staircase

इस प्रकार की सीढ़ी में winder steps एक वर्टिकल खंभे के चारो और गोल गोल घूमते हुए खंभे से जुड़े हुए होते है। ये सीढ़ी के स्टेप्स वर्टिकल खंभे से helical आकर में जुड़े हुए होते है।

Spiral Staircase

Cast iron अथवा तो RCC से बने हुए spiral staircase जयादा उपयोग में लिए जाते है। ये staircase ज्यादातर precast होते है।

Spiral staircase का ज्यादातर उपयोग commercial complex में होता है।

6. Curved Staircase

Curved Staircase

Curved Staircase भी spiral staircase जैसे ही होती ही परन्तु इसमें staircase की त्रिज्या बहुत ज्यादा होती है। जिससे ये सीढ़ी एक बड़े arch जैसे होती है।

Curved Staircase का उपयोग मकानों में करने से मकान का देखाव सुन्दर बनता है।

7. Cantilever Staircase

Cantilever Staircase

Cantilever Staircase में सीढ़ी के स्टेप्स केंटिलीवर होते है यानि की सीढ़ी के स्टेप्स का एक छेड़ा दीवाल से fixed होता है वही दूसरा छेड़ा हवा में तैरता है।

Cantilever Staircase मकान के देखाव को बहुत आकर्षित बनाते है। येमकान को traditional look देते है।

Cantilever Staircase अन्य सीढ़ियों की तुलना में बहुत ज्यादा costly होते है।

इन्हें भी पड़े

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